History of computer : Exploring The Evolution Of Computers

हम सब कम्प्यूटर पर कार्य करते है। आज हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनता जा रहा है ये कम्प्यूटर।पर शायद बहुत कम लोग कम्प्यूटर इतिहास जानते होंगे तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से कम्प्यूटर का इतिहास जानेंगे। History of computer, what is History of computer?, Generation of computer

कंप्यूटर हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये अस्तित्व में कैसे आए? कंप्यूटर का इतिहास कई सदियों पुराना है, और इन मशीनों के विकास के बारे में जानना आकर्षक है। इस ब्लॉग में, हम कंप्यूटर के इतिहास पर करीब से नज़र डालेंगे, उनकी शुरुआती शुरुआत से लेकर आज के आधुनिक कंप्यूटर तक।

The Early Days of Computing

कंप्यूटर के इतिहास का पता प्राचीन काल से लगाया जा सकता है जब मानव ने पहली बार गणना के लिए उपकरणों का उपयोग करना शुरू किया था। अबेकस, जिसके बारे में माना जाता है कि 2400 ईसा पूर्व के आसपास बेबीलोनियों द्वारा इसका आविष्कार किया गया था, यह गिनती के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पहला ज्ञात उपकरण था। इसमें एक फ्रेम पर मोतियों या पत्थरों को रखा जाता था, जिन्हें अंकगणितीय संचालन करने के लिए आगे और पीछे ले जाया जा सकता था।

जैसा की ज्ञात है ,पहले जब कम्प्यूटर नहीं था तब calculation करने के लिए हाथों की उंगलियों का , लकड़ियों को इकठ्ठा करके ,उनके कई गठ्टर बना के तथा चट्टानो पर निशान बना कर गणना करते थे , अपने घरो की पहचान के लिए भी उपर्युक्त उपाय अपनाते थे ,जैसे-जैसे समय बिता आग , व पहिये की खोज के बाद धीरे-धीरे मनुष्य को ज्ञान प्राप्त होने लगा।

Old Story About computer invention

बहुत समय पहले कुछ लोग नदी किनारे जा रहे थे, तभी उनको एक लकड़ी का टुकड़ा जो की आयताकार था ,उसमे कुछ लकड़ी के रिंग पड़े हुए थे ,वो मिटटी में धंसा पड़ा था। उस लकड़ी से बने हुए यंत्र को ही abacus कहा गया (अबेकस का मतलब मिटटी में दबा हुआ होता है) जो मानव इतिहास का पहला कंप्यूटर कहलाया।

इस यंत्र की सहयता से जोड़ तथा घटाना किया जाने लगा। इसकी खोज को लेकर बहुत विवाद है, कि ये पहले कँहा पाया गया। कुछ लोगो का मानना है कि आज से 3000 BC पहले मिसोपोटेमिया में इसको पाया गया। चीन भी अपने देश में abacus को पहले पाए जाने की बात करता है। फ़िलहाल इसको ही मानव इतिहास का पहला कंप्यूटर कहा गया।

बाद में 1820 -1822 में अंग्रेजी गाड़ीतज्ञ चार्ल्स बेबाज़ ने पहला मेकेनिकल कम्प्यूटर बनाया। इसलिए इनको कम्प्यूटर का अविषकारक कहा जाता है और इनको father of कम्प्यूटर के नाम से भी जाना जाता है।

Generation Of Computer

कम्प्यूटर का इतिहास जानने के बाद ये इनकी जनरेशन के बारे में जानना आवश्यक है क्योंकि इनकी जनरेशन के आधार पर ही कम्प्यूटर अपडेट होते हैं।

1-First Generation (1945 -1960)

कंप्यूटर के First Generation का समय 1945 -1960 का है।
इस जनरेशन के कम्प्यूटर आकार में बहुत बड़े होते थे। लगभग एक कमरे के आकार के इसलिए इस जनरेशन के कंप्यूटर को एक जगह से दूसरी जगह नहीं ले जाया जा सकता था।

first जनरेशन के कंप्यूटर में प्रोसेसर में वेक्यूम ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता था।

इसका आकार बहुत बड़ा होता था ,डाटा स्टोर करने के लिए मैगनेटिक ड्रम का उपयोग किया जाता था।

keyboard की जगह पंच कार्ड होता था ।

1st जनरेशन के कंप्यूटर में machine language का प्रयोग किया गया था ।

ये कंप्यूटर बहुत जल्दी गर्म हो जाते थे इसलिए उनको ठंडा करने के लिए काफी समय लगता था।


इस generation के कंप्यूटर को IBM नामक कम्पनी ने बनाया ,इस जनरेशन में पाए जाने वाले कुछ कंप्यूटर के नाम नीचे दिए गए हैं -:

UNIVAC-( Universal Automatic Computer),ENIAC( Electronic Numerical Integrator and Computer) ,EDVAC( Electronic Discrete Variable Automatic Computer ),EDSAC( Electronic Delay Storage Automatic Calculator)

2 –Second generation (1960-1965)

second generation के कंप्यूटर का समय 1960 से 1965 के बीच का है।

कंप्यूटर के प्रोसेसर में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था।

2nd generation के कंप्यूटर के प्रोसेसर first generation के कंप्यूटर के प्रोसेसर से छोटा था ,इसलिए ये कंप्यूटर पहले की तुलना में छोटे हो गए, इनकी स्पीड भी first generation के कंप्यूटर से अधिक तेज थी।

Second generation के कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए मैगनेटिक कोर का इस्तेमाल होता था ।

कंप्यूटर छोटे होने के कारण कम गर्म होते थे।

COBAL एवं FORTRAN जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओ का प्रयोग होता था।

2nd generation में पाए जाने वाले कंप्यूटर –IBM 1401 UNIVAC 1107

3 –Third generation (1965 -1972 )

Third generation के कंप्यूटर का समय 1965 -1972 का है।

इस generation के कंप्यूटर में प्रोसेसर, IC (इंटीग्रेटेड सर्किट )का उपयोग किया गया।

इस generation के कंप्यूटर 1st व 2nd जनरेशन की तुलना में छोटे होते थे।

स्पीड तेज थी एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाये जा सकते थे।

FORTRAN , COBOL , BASIC और PASCAL आदि प्रोग्रामिंगभाषाओ का प्रयोग होता था।

इस जनरेशन में पाए जाने वाले कुछ कंप्यूटर के नाम -IBM 360 and IBM 370

4 –Fourth generation (1972 -1980 )

इसी जनरेशन के कंप्यूटर माइक्रोप्रोसेसर युक्त होते थे ,Intel वो कंपनी है जिसने सबसे पहले माइक्रोप्रोसेसर बनाया। Intel कंपनी ने दुनिया का पहला माइक्रोप्रोसेसर Intel-4004 बनाया है। आज जो हम इटरनेट का use करते हैं वो भी इसी जनरेशन की देन है।

कम्पूटरो का size अत्यधिक छोटा हो गया । इस जनरेशन में हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषाओ जैसे C, C++ और DATABASE का इस्तेमाल होने लगा।

इस जनरेशन में सुपर कंप्यूटर CRAY बनाया गया ,ये एक सेकंड में लगभग एक अरब गणनाये कर सकता था ।

Fourth generation के कंप्यूटर के नाम – CRAY-I, CRAY-II ,APPLE-II

5-Fifth generation(1980 – Present Time)

इस generation में रोबोट का आविष्कार हुआ।

Fifth generation में use होने वाली programming language Visual Basic , .NET और JAVA की शरुवात हुई जिनसे नए -नए सॉफ्टवेयर डेवेलोप किये जाने लगे.

इस जनरेशन के कंप्यूटर इतने अधिक तेज हो गए हैं की अब इनका उपयोग की बैंक में , अंतरिक्ष में ,फिल्म बनाने आदि में किया जाता है ।

कंप्यूटर में इंटरनेट के माध्यम से बैंक का काम आदि होने लगे हैं
fifth generation के कंप्यूटर में ग्राफ़िक्स , साउंड , इमेज और टेक्स्ट फिल्म बनाने,बिज़नेस करने ,अंतरिक्ष में सॅटॅलाइट कंट्रोल करने में किया जाने लगा।
जनरेशन के कंप्यूटर का प्रोसेसर बहुत ही छोटा व बहुत ज्यादा तेज़ होता है जिसके कारण कंप्यूटर बहुत तेज़ी से काम करता है।

5th Generation के कंप्यूटर के नाम -Mac Book ,NOTE BOOK ,Laptop,with nanometer processor Technology ,Razen , Ryan, AMD Processor,Gaming Laptop etc.

आधुनिक-दिन के कंप्यूटर

आज, कंप्यूटर हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, और उनका उपयोग संचार और मनोरंजन से लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान और व्यवसाय संचालन तक हर चीज के लिए किया जाता है। स्मार्टफोन और टैबलेट के आविष्कार ने कंप्यूटर को और भी पोर्टेबल और सुलभ बना दिया है, जिससे हम चलते-फिरते जुड़े और उत्पादक बने रहते हैं।

अंत में, कंप्यूटर का इतिहास नवाचार, सरलता और दृढ़ता की एक आकर्षक कहानी है। अबेकस से लेकर आज के स्मार्टफोन तक, कंप्यूटर कुछ ही सदियों में एक लंबा सफर तय कर चुके हैं। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, हम केवल कल्पना कर सकते हैं कि इन अविश्वसनीय मशीनों के लिए भविष्य क्या है।

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