ब्रह्मवाणी वेदों मे समाहित ज्ञान

इस सृष्टि की सर्वोत्तम वस्तु ज्ञान है। ज्ञान के द्वारा ही हम जीवन के विस्तार को समझ सकते है। जब ईश्वर ने सृष्टि निर्माण का संकल्प लिया तो उनकी प्रेरणा से सर्वप्रथम ब्रह्माजी प्रगट हुऐ, जिन्हे ब्रह्मांड की उत्पति और सृजन का कार्य दिया गया। ब्रह्माजी ने कई हजार वर्षों तक परमेश्वर की आराधना की, … Read more

“प्रारब्ध” सारे जन्मो के संचित कर्म का एक घटक है,

"प्रारब्ध" सारे जन्मो के संचित कर्म का एक घटक है

अगर आप गूगल पर प्रारब्ध का मतलब पता करेंगे तो इसका अर्थ  “प्रारब्ध=पूर्वनिर्धारित” होता है इसके और भी अर्थ निकलते हैं जैसे भाग्य, नियति, प्रारब्ध, तक़दीर, मुकद्दर, भवितव्यता “प्रारब्ध” सारे जन्मो के संचित कर्म का एक घटक है। प्रारब्ध प्रारब्ध वास्तव में संचित कर्म का एक घटक है।इस जन्म में जिन संचित कर्मों का भोग … Read more

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