ये एक तरह का ब्लड Test है , जिसे लिवर की बीमारी की जाँच के लिए उपयोग में लाया जाता है। यह टेस्ट ब्लड में कुछ विशेष एंजाइमों और प्रोटीन के स्तर को नापता हैं।
इस टेस्ट को कभी भी कराया जा सकता है। इस टेस्ट की मदद से जॉन्डिस ,टीबी ,लिवर कैंसर ,वायरल हेपेटाइटिस अदि बिमारिओं का पता लगाया जाता है।
Test Name | Normal Value | Critical Value | Conclusion |
SGOT | 15-50 U/L | 5 से कम या 1000 से ज्यादा | लिवर या हार्ट समस्या ,जॉन्डिस की बीमारी |
SGPT | 15-50 U/L | 1 से कम या 1000 से ज्यादा | लिवर, जॉन्डिस की बीमारी |
Total Bilirubin | 0.2-1.2 mg/dl | 0.2 से कम या 15 से ज्यादा | लिवर, जॉन्डिस की बीमारी |
Alkaline Phosphate | Male 40-130 U/L Female-35 U/L | 125 से कम या 150 से ज्यादा | |
Total Protein | 6-8 gm/dl | 4 से कम या 10 से ज्यादा | लिवर, जॉन्डिस प्रोटीन की कमी |
Albumin | 3.5-5.5 gm/dl | 2 से कम या 8 से ज्यादा | लिवर, जॉन्डिस प्रोटीन की कमी |
जॉन्डिस के लक्षण दिखते ही आपको लिवर का टेस्ट कराना चाहिए। अगर आप इसको नज़रअंदाज करेंगे तो लिवर सिरोसिस का ख़तरा हो सकता है जोकि ख़तरनाक और जानलेवा बीमारी है।
टेस्ट कराते समय ध्यान देने वाली बातें –
- लगभग सभी टेस्ट खाली पेट करायें।
- ब्लड सैंपल देते वक्त सामान्य रहें। तनाव में ब्लड सैंपल दें।
- टेस्ट हमेशा NABL मान्यता प्राप्त लैब से ही करायें।
- टेस्ट से 12 घंटे पहले कोई मेडिसिन न लें।
- सैंपल देते समय घबराएं नहीं ,आराम से सैंपल दें।
- टेस्ट हमेशा अनुभवी डॉक्टर की सलाह पर करायें।
- 40 से 50 वर्ष की आयु वाले साल में एक बार रूटीन टेस्ट जरूर करायें।
Note :-
ऊपर टेस्ट में दी गई रेफरेन्स रेंज ,सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल पर आधारित हैं। अलग-अलग लैब के द्वारा किये गए टेस्ट की रेफरेन्स रेंज अलग-अलग हो सकती हैं।
लैब द्वारा दिए गए टेस्ट की रेफरेन्स रेंज का आकलन खुद न करके अनुभवी डॉक्टर करायें।