हिन्दू धर्म की संस्कृति अपने बच्चों को बताएं 🙏

हमारे हिन्दू धर्म बहुत शिक्षा प्रद बाते हैं जिनको हमें व हमारी आने वाली पीढ़ियों को जानना अति आवशयक है ,हिन्दू धर्म की संस्कृति अपने बच्चों को बताएं ताकि वो अपने बच्चो को बताएं ये परम्परा बना ले तभी हमारी संस्कृति बच पायेगी।

इस पोस्ट में हम कुछ ऐसी बाते आपसे साझा करेंगे जोकि आप अपने परिवार में बताएं ताकि वो भी सनातन व भारतीय संस्कृति को जान पायें।

अच्छे कर्मो और बुरे कर्मो को जाने– अपने प्रारब्ध जानने के लिए पोस्ट पढ़ें

खासकर हिन्दू धर्म की संस्कृति अपने बच्चों को जरूर बताएं
क्योंकि ये बात उन्हें कोई दूसरा व्यक्ति नहीं बताएगा…

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📜  दो पक्ष-

कृष्ण पक्ष ,
शुक्ल पक्ष !

📜  तीन ऋण -

देव ऋण ,
पितृ ऋण ,
ऋषि ऋण !

📜   चार युग -

सतयुग ,
त्रेतायुग ,
द्वापरयुग ,
कलियुग !

📜  चार धाम -

द्वारिका ,
बद्रीनाथ ,
जगन्नाथ पुरी ,
रामेश्वरम धाम !

📜  चारपीठ -

शारदा पीठ ( द्वारिका )
ज्योतिष पीठ ( जोशीमठ बद्रिधाम )
गोवर्धन पीठ ( जगन्नाथपुरी ) ,
शृंगेरीपीठ !

📜 चार वेद-

ऋग्वेद ,
अथर्वेद ,
यजुर्वेद ,
सामवेद !

📜  चार आश्रम -

ब्रह्मचर्य ,
गृहस्थ ,
वानप्रस्थ ,
संन्यास !

📜 चार अंतःकरण -

मन ,
बुद्धि ,
चित्त ,
अहंकार !

 📜  पञ्च गव्य -

गाय का घी ,
दूध ,
दही ,
गोमूत्र ,
गोबर !

 📜 पंच तत्त्व -

पृथ्वी ,
जल ,
अग्नि ,
वायु ,
आकाश !

 📜 छह दर्शन -

वैशेषिक ,
न्याय ,
सांख्य ,
योग ,
पूर्व मिसांसा ,
दक्षिण मिसांसा !

 📜 सप्त ऋषि -

विश्वामित्र ,
जमदाग्नि ,
भरद्वाज ,
गौतम ,
अत्री ,
वशिष्ठ और कश्यप!

 📜 सप्त पुरी -

अयोध्या पुरी ,
मथुरा पुरी ,
माया पुरी ( हरिद्वार ) ,
काशी ,
कांची
( शिन कांची – विष्णु कांची ) ,
अवंतिका और
द्वारिका पुरी !

📜आठ योग - 

यम ,
नियम ,
आसन ,
प्राणायाम ,
प्रत्याहार ,
धारणा ,
ध्यान एवं
समािध !

📜 दस दिशाएं -

पूर्व ,
पश्चिम ,
उत्तर ,
दक्षिण ,
ईशान ,
नैऋत्य ,
वायव्य ,
अग्नि
आकाश एवं
पाताल

📜 बारह मास - 

चैत्र ,
वैशाख ,
ज्येष्ठ ,
अषाढ ,
श्रावण ,
भाद्रपद ,
अश्विन ,
कार्तिक ,
मार्गशीर्ष ,
पौष ,
माघ ,
फागुन !

📜  पंद्रह तिथियाँ - 

प्रतिपदा ,
द्वितीय ,
तृतीय ,
चतुर्थी ,
पंचमी ,
षष्ठी ,
सप्तमी ,
अष्टमी ,
नवमी ,
दशमी ,
एकादशी ,
द्वादशी ,
त्रयोदशी ,
चतुर्दशी ,
पूर्णिमा ,
अमावास्या !

📜 स्मृतियां - 

मनु ,
विष्णु ,
अत्री ,
हारीत ,
याज्ञवल्क्य ,
उशना ,
अंगीरा ,
यम ,
आपस्तम्ब ,
सर्वत ,
कात्यायन ,
ब्रहस्पति ,
पराशर ,
व्यास ,
शांख्य ,
लिखित ,
दक्ष ,
शातातप ,
वशिष्ठ !


अपनी अँगुलियों के नाम बताओ ।


अपने हाथ की छोटी उँगली से शुरू करें :-
(1)जल
(2) पथ्वी
(3)आकाश
(4)वायू
(5) अग्नि
ये वो बातें हैं जो बहुत कम लोगों को मालूम होंगी ।

5 जगह हँसना करोड़ो पाप के बराबर है

  1. श्मशान में
  2. अर्थी के पीछे
  3. शौक में
  4. मन्दिर में
  5. कथा में

जब आप ____ हों

१-अकेले हो?
परमात्मा को याद करो ।

२-परेशान हो?
ग्रँथ पढ़ो ।

३-उदास हो?
कथाए पढो ।

४-टेन्शन मे हो?
भगवत गीता पढो ।

प्रतिदिन इनका सेवन


प्रतिदिन एक सेब के सेवन से आप डॉक्टर से दूर रह सकते हैं ।

प्रतिदिन पांच बदाम के सेवन से आप कैंसर से बच सकते हैं।

प्रतिदिन एक नीबू के सेवन से आपका वजन कंट्रोल रहता है।

प्रतिदिन एक गिलास दूध सेवन संपूर्ण पोषण प्रदान करता है

प्रतिदिन 8 से 12 गिलास पानी का सेवन आपको त्वचा संबन्धी परेशानियों से दूर रखता है।

प्रतिदिन चार काजू खाने से आप ऊर्जावान रहेंगे।

प्रतिदिन मन्दिर जाने से आपको मन की शान्ति मिलती है।

प्रतिदिन कथा सुनने से आप प्रसन्न तथा पुण्य फल प्राप्त कर सकेंगे।

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“चेहरे के लिए ताजा पानी”।

“मन के लिए गीता की बाते”।

“सेहत के लिए योग”।

व्रत,उपवास करने से तेज़ बढ़ता है,सर दर्द और बाल गिरने से बचाव होता है ।

आरती—-के दौरान ताली बजाने से
दिल मजबूत होता है ।

और खुश रहने के लिए परमात्मा को याद किया करो ।

इस पोस्ट को अधिकाधिक शेयर करें जिससे सबको हमारी सनातन भारतीय संस्कृति का ज्ञान हो।

अच्छी बाते फैलाना पुण्य है lकिस्मत मे करोड़ो खुशियाँ लिख दी जाती हैं ।
जीवन के अंतिम दिनो मे इन्सान इक इक पुण्य के लिए तरसेगा ।

🙏जय माँ सरस्वती🙏

U ALL US

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